शरीर की ये साइलेंट डिजीज आपको बना सकती हैं गंजा, इनसे रहें सावधान

शरीर की ये साइलेंट डिजीज आपको बना सकती हैं गंजा, इनसे रहें सावधान

सेहतराग टीम

बाल जो हर व्यक्ति की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। अगर खूबसूरत बाल न हो तो आपका पूरा का पूरा लुक बदल जाता है। खासतौर महिलाओं की खूबसूरती जितनी दूसरी चीजों पर निर्भर करती हुई उतनी ही उनके बालों पर निर्भर करती है। लेकिन आज के दौर में जल्दी ही बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। गिरते बालों को रोकने के लिए हम अक्सर तरह-तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और नुस्खे अपनाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि हमारे बाल सिर्फ देखभाल के अभाव में नहीं गिरते बल्कि इनके झड़ने के पीछे कई साइलंट डिजीज भी होती हैं।

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एक्पर्ट्स के अनुसार अगर आपके हर रोज 70 से 100 बाल झड़ रहे हैं तो इसमें इतनी परेशान होने वाली बात नहीं है। लेकिन अगर बालों के झड़ने की संख्या इससे अधिक है तो सावधान होने की जरूरत है। अक्सर जब बाल झड़ते हैं तो लोग सोचते हैं कि बाल झड़ रहे हैं क्योंकि यह अमूमन हर किसी के साथ हो रहा है और वह इसे रोकने के लिए कई तरह उत्पाद प्रयोग करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर बाल ज्यादा से ज्यादा झड़ रहे है तो यह समस्या हेयर केयर प्रोडक्ट्स से ठीक हो सकती है क्योंकि कई इसके पीछे दूसरी बीमारियां हो सकती हैं।

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कैंसर-

कैंसर पेशंट्स में बालों का झड़ना बेहद आम समस्या है। कई बार तेजी से झड़ते बाल इस बात का भी संकेत होते हैं कि शरीर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी पनपने के चांस बढ़ रहे हैं। जैसे, हॉजकिन लिंफोमा जैसे कुछ कैंसर बालों के झड़ने का कारण हो सकते हैं। लेकिन मुख्य रूप से कीमोथेरेपी के कारण तेजी से बाल झड़ते हैं।

डिप्रेशन-

डिप्रेशन या अवसाद के कारण भी बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। कोई भी व्यक्ति डिप्रेशन की गिरफ्त में आने से पहले लंबे समय तक चिंता और तनाव से घिरा रहता है। इन स्थितियों में बॉडी में जरूरी हॉर्मोन प्रड्यूस नहीं होते हैं और पाचन डिस्टर्ब रहता है। साथ ही खान-पान ठीक से ना होने के कारण बालों को जरूरी पोषण नहीं मिलता है।        

थायरॉइड-

गंभीर और लंबे समय तक हाइपोथायरायडिज़म और हाइपरथॉयरायडिज़म बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। जबकि थायरॉइड डिसऑर्डर का सही ट्रीटमेंट ना केवल आपके झड़ते बालों को रोक सकता है बल्कि नए बालों को उगाने में भी मददगार हो सकता है। हालांकि इस प्रॉसेस में कुछ महीनों का समय लग सकता है।

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ईटिंग डिसऑर्डर-

स्लिम फिट बॉडी की चाहत में अक्सर यंग गर्ल्स और बॉयज एनॉरेक्सिया और बुलिमिया जैसे ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं। इन युवाओं में ज्यादातर संख्या लड़कियों और महिलाओं की होती है। सेहत से जुड़ी दूसरी दिक्कतों के साथ ही ईटिंग डिसऑर्डर हेयर लॉस की एक बड़ी वजह बन रहे हैं। क्योंकि इस कारण हमारी बॉडी सेल्स तक जरूरी न्यूट्रिऐंट्स नहीं पहुंच पाते हैं और पोषण के अभाव में बाल तेजी से झड़ने लगते हैं।

लूपुस-

लूपुस एक ऑटोइम्यून डिजीज है। इसमें शरीर में लंबे समय तक सूजन बनी रहती है। जिससे फेस की त्वचा और बालों की जड़े मुख्य रूप से प्रभावित होती हैं। इससे सिर के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। जबकि कुछ लोगों में आईब्रो, मूंछ और दाड़ी के बाल झड़ने की समस्या भी हो जाती है।

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ब्लड प्रेशर-

लंबे समय तक हाई ब्लडप्रेशर बना रहना भी हेयर फॉल की वजह बन सकता है। क्योंकि इस स्थिति में ब्लड आर्टरीज पर ब्लड फ्लो का अधिक प्रेशर होता है, ब्लड में सोडियम की मात्रा अधिक होती है और इसका फ्लो शरीर में ठीक से नहीं हो पाता। यह स्थिति बालों और हार्ट दोनों की सेहत के लिए खतरनाक होती है।

 

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